civil services exams-aryavi
एजुकेशन

भारत में Civil Service Examination का इतिहास

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) Civil Service Examination भारत की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा है। हर साल लाखों अभ्यर्थी इस परीक्षा में सफ़ल होकर IAS IPS बनने के सपने देखते हैं। योग्यता आधारित सिविल सेवा परीक्षाएँ अंग्रेज़ों के शासन काल से होती आ रही हैं। 1855-1922 तक यह परीक्षा "भारतीय सिविल सेवा" परीक्षा के नाम से लंदन में आयोजित की जाती थी। 1922 में पहली बार यह परीक्षा फेडरल लोक सेवा आयोग के द्वारा भारत के अलाहाबाद (प्रयागराज) में आयोजित की गयी थी। वर्तमान कल में इसी परीक्षा के माध्यम से UPSC द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS),भारतीय पुलिस सेवा (IPS) तथा अन्य अखिल भारतीय सेवाओं के लिए योग्य उम्मीदवारों का चुनाव किया जाता है।


UPSC Civil Service Examination 2020

वैसे तो हर साल UPSC सिविल सेवा परीक्षा जून के पहले सप्ताह से प्रारंभ हो जाती है। परंतु इस वर्ष यानि 2020 में कोविड-19 महामारी के चलते UPSC द्वारा सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा स्थगित कर दी गई थी। UPSC द्वारा जारी की गई अधिसूचना के अनुसार सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 4 ऑक्टूबर, 2020 को और सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 8 जनवरी, 2021 को आयोजित की जाएगी। सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा (2020) के लिए प्रवेश पत्र सितंबर महीने में जारी किये जायेंगे। यह विस्तृत समय अभ्यर्थियों की तैयारी के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है।


परीक्षा केंद्रों के संदर्भ में UPSC की अधिसूचना

कोविड-19 के चलते संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा अभ्यर्थिओं की सहूलियत और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा और भारतीय वन सेवा परीक्षा (IFoS) के लिए परीक्षा केंद्र बदलने का विकल्प प्रस्तुत किया है। परीक्षा केंद्र बदलने का लिंक UPSC की आधिकारिक वेबसाइट upsconline.nic.in पर जारी कर दिया गया है। UPSC द्वारा जारी की गयी अधिसूचना के तहत परीक्षा केंद्र बदलने का विकल्प दो चरणों में यानि 7 से 13 जुलाई तक और 20 से 24 जुलाई तक उपलब्ध होगा।



इस अवधि के दौरान अभ्यर्थी के पास परीक्षा केंद्र के संदर्भ में आयोग को अपनी संशोधित पसंद प्रस्तुत करने का अवसर होगा। UPSC द्वारा जारी की गयी अधिसूचना में यह भी स्पष्ट किया गया कि यदि कोई अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र में संशोधन करने का इच्छुक नहीं है, तो उसे यूपीएससी चेंज ऑफ एग्जामिनेशन सेंटर सिस्टम में लॉग इन करने की आवश्यकता नहीं है। इसी के साथ UPSC द्वारा यह भी सुचना दी गयी की यदि कोई अभ्यर्थी अपना सिविल सेवा परीक्षा का एप्लिकेशन वापस लेना चाहता है तो वह 1 अगस्त, 2020 से 8 अगस्त, 2020 के बीच आवेदन कर सकता है।


प्रारंभिक परीक्षा का पैटर्न

सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा कुल 400 अंकों में नियुक्त की जाती है। प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन में दो चरणों में आयोजित की जाती है। परीक्षा का प्रति चरण 2 घंटों की अवधि दौरान 200 अंकों का होता है। सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा का पहला पेपर GS-1 तथा दूसरा पेपर GS-2 कहलाता है। इनमें से दूसरा पेपर यानि कि GS-2 क्वालिफाइंग पेपर होता है जिसे पास करने हेतु 33 फीसदी अंक अर्जित करना आवश्यक है। बता दें कि प्रारंभिक परीक्षा में हर गलत जवाब पर अर्जित किये अंकों में से 1/4 अंकों की कटौती की जाती है। तो बेहतर यही होगा कि आप परीक्षा के दौरान समय संचालन के साथ साथ सावधानी भी बरतें।

Trending Products (ट्रेंडिंग प्रोडक्ट्स)