मानव अधिकार दिवस प्रत्येक वर्ष 10 दिसंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है वर्ष 1948 में पहली बार संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 10 दिसंबर को हर वर्ष इसे मनाए जाने की घोषणा की गई इसे सार्वभौमिक अधिकार घोषित करने के लिए संयुक्त महासभा के सम्मान में प्रतिवर्ष इसे विशेष स्थिति पर मनाया जाता है संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में मानव अधिकार दिवस आधिकारिक तौर पर 1950 में 4 दिसंबर को स्थापित किया गया।
सदस्य देशों और रुचि लेने वाले संगठनों को इस दिन को मनाने के लिए आमंत्रित किया गया मानव अधिकार का उपचार युक्त कार्यालय मानव अधिकारों की घोषणा का 380 के आसपास भाषाओं में अनुवाद संग्रह और दुनिया भर में वितरण में की गई गिनीज वर्ल्ड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा सम्मानित किया गया इस समय कार्यक्रम समारोह में उच्चायुक्त द्वारा मानव अधिकारों पर एक वैश्विक चर्चा भी सामाजिक मीडिया वेबसाइटों के माध्यम से आयोजित की जाती है। आज दिवस पर संस्थाओं की अनूप गांव की अनोखी पहल हुई उसको क्लब की बैठक में 10 दिसंबर को विश्व मानव अधिकार दिवस के अवसर पर मानव अधिकारों के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा इसके साथ ही लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए जूरी कैरी बैग भी बांटे जाएंगे जैसा कि हम सभी जानते हैं कि गरीबी मानव अधिकार के हनन का सबसे बड़ा कारण है इसलिए गरीबी को खत्म कर मूलभूत सुविधा मुहैया कराए बिना मानव अधिकार के लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती गरीबी की समस्या को देखते हुए विश्व मानवाधिकार दिवस पर सरकारी गैर सरकारी संस्था द्वारा गरीबी से लड़ने की रूपरेखा तैयार करने का कार्य किया जाएगा इसके साथ ही शोषित समाज के लोगों को उनके मानव अधिकारों के विषय में जानकारी देकर उन्हें अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाएगा।
मानव अधिकार का अर्थ है जो सभी को समान रुप से जीने एक समान अधिकार,स्वतंत्रता,प्रतिष्ठा और एक समान व्यवहार की प्राप्ति का अधिकार प्रदान करता है। मुख्य मानवाधिकार निम्न है-
- बोलने की आजादी
- आजादी और सुरक्षा का आधिकार
- आर्थिक शोषण के खिलाफ आवाज उठाने का आधिकार
- रंग नस्ल भाषा धर्म के आधार पर समानता का आधिकार
- कानून के सामने समानता का अधिकार
- कानून के सामने अपना पक्ष रखने का अधिकार
- अभियक्ति की आजादी का अधिकार
मानवाधिकार दिवस कैसे मनाया जाता है
ये दिन मानव अधिकारो के सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए राजनीतिक सम्मेलनों, बैठकों, प्रदर्शन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, वाद विवाद और कई और कार्यक्रमो का आयोजन करके मनाया जाता है। कई सरकारी सिविल और गैर सरकारी सगठनों सक्रिय रूप से मानवाधिकार कार्यकमों में भाग लेते है।
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मानवाधिकार दिवस पर कार्यक्रम को अधिक प्रभावशाली और सफल करने के लिए एक विशेष विषय का निर्धारण करके इसे मनाया जाता है। किसी भी देश में मानव गरीबी सबसे बडी मानव अधिकार चुनौती है।
भारत मे मानवधिकार
भारत मे मानवधिकार कानून 28 सिंतबर 1993 में अमल में आया, जिसके बाद सरकार ने 12 अक्टूबर 1993 को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का गठन किया, मानवाधिकार आयोग राजनीतिक,
आर्थिक,सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्षेत्रो में भी काम करता है।
मानवाधिकार दिवस लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से मनाया जाता है. मानवाधिकार में स्वास्थ्य, आर्थिक सामाजिक, और शिक्षा का अधिकार भी शामिल है. मानवाधिकार वे मूलभूत नैसर्गिक अधिकार हैं जिनसे मनुष्य को नस्ल, जाति, राष्ट्रीयता, धर्म, लिंग आदि के आधार पर वंचित या प्रताड़ित नहीं किया जा सकता।
इस वर्ष 2020 में मानवाधिकार थीम
आज अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस है। दुनिया भर में हर साल 10 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है. इस साल की थीम है 'स्टैंड अप फॉर ह्यूमन राइट्स' . संयुक्त राष्ट्र ने 10 दिसंबर 1948 को इस दिन को अपनाने की घोषणा की. हालांकि आधिकारिक तौर पर इस दिन की घोषणा 1950 में हुई. अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस' मनाने के लिए असेंबली ने सभी देशों को 1950 में आमंत्रित किया. जिसके बाद असेंबली ने 423 (V) रेज़्योलुशन पास कर सभी देशों और संबंधित संगठनों को इस दिन को मनाने की सूचना जारी की थी।