Preetam Bharatwan becomes brand ambassador of TB abolition campaign
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क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के ब्रांड एंबेसडर बने गायक प्रीतम भरतवाण

"क्षय रोग" भारत की सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है। बड़े पैमाने में भारतीय समाज में क्षय रोग के मरीज देखने को मिलते हैं। दुनिया भर में 2.64 मिलियन क्षय रोगी केवल भारत में मौजूद हैं जिसके विनाशकारी, स्वास्थ्य, सामाजिक और वित्तीय परिणाम समाज में देखने को मिलते हैं। टीबी एक बैक्टीरिया जनित रोग है जो ट्यूबरक्लोसिस नामक बैक्टीरिया से फैलता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 2018 में एक करोड़ लोग टीबी से बीमार पड़े जो हाल के वर्षो की अपेक्षा एक स्थिर संख्या मानी गई है जबकि दुनिया भर की लगभग एक चौथाई आबादी टीबी से संक्रमित है।


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 2019 में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन में "टीवी हारेगा, देश जीतेगा" अभियान की शुरुआत की थी जिसमें उन्होंने हर हाल में 2025 तक देश से टीबी की बीमारी का सफाया करने का संकल्प संपूर्ण देशवासियों के समक्ष प्रस्तुत किया। चार गुना संसाधन जुटाने के साथ केंद्र सरकार ने देश भर में टीबी के रोगियों को उच्चतम स्तर की स्वास्थ्य सुविधाओं का लक्ष्य रखा था। सरकार का मानना था कि "पल्स पोलियो अभियान" की भांति क्षय रोग के लिए भी देशव्यापी कार्यक्रम चलाने की आवश्यकता है जिससे पोलियो की तरह टीबी मुक्त भारत का निर्माण हो सके।


मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनूप कुमार डिमरी के आग्रह पर प्रीतम भरतवाण को टीबी उन्मूलन कार्यक्रम का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया है।

संपूर्ण जनमानस को क्षय रोग के प्रति जागरूक करने के लिए प्रसिद्ध उत्तराखंडी लोकगायक पदम श्री प्रीतम भरतवाण अपने गीतों के माध्यम से आम जनमानस तक क्षय रोग के प्रति जागरूकता का संदेश  फैलाएंगे। पदमश्री प्रीतम भरतवाण का कहना है कि टीवी उन्मूलन जनहित से जुड़ा अभियान है इसे सफल बनाने के लिए जन सहभागिता अति आवश्यक है। जनहित के लिए जिस रूप में भी उनके द्वारा लाभ पहुंचे, वह उसके लिए तैयार हैं। यूट्यूब इत्यादि सोशल मीडिया पर टीबी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए वे वीडियो और संदेश प्रसारित करते हुए भी दिखेंगे।


2019 में क्षय रोगियों का प्रतिशत

वर्ष 2019 में टीवी के 24.04 लाख मामले सामने आए थे जिसमें 82% की उपचारात्मक सफलता व 4% की मृत्यु दर का आंकड़ा था। 


वर्ष 2020 में क्षय रोग का आंकड़ा

यदि वर्ष 2020 के बाद की जाए तो कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते भारत में 18.05 लाख टीवी के मामले दर्ज किए हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक मात्र जनवरी से फरवरी 2020 के बीच टीबी के पंजीकरण में 6% की वृद्धि हुई है इसी प्रकार यदि अप्रैल से दिसंबर माह की बात की जाए तो इस बीच क्षय रोगियों के मामलों में 11% से अधिक की वृद्धि देखने को मिली है।


वर्ष 2021 में क्षय रोगियों का प्रतिशत

इंडिया टीबी रिपोर्ट 2021 के हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2020 में क्षय रोग के पंजीकरण में 24% की साल दर साल गिरावट देखी गई है।


टीबी की चुनौतियों से निपटने के लिए चल रही सरकारी योजनाएं-


"टीबी हारेगा, देश जीतेगा"

सितंबर 2019 में निर्मित यह योजना टीवी को खत्म करने की उच्चतम स्तर की योजना है।


NPY(निक्षय पोषण योजना)

निक्षय पोषण योजना सरकार द्वारा छात्रों के भजन को उनके पोषण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है।


निक्षय इकोसिस्टम

निक्षय इकोसिस्टम एक राष्ट्रीय सूचना प्रणाली है ।जिसके द्वारा क्षय रोग के मरीजों की जानकारी का प्रबंध तथा उनके प्रदर्शन की निगरानी के लिए वन स्टॉप समाधान के रूप में कार्य किया जाता है।


सक्षम प्रोजेक्ट

दवा प्रतिरोधी टीवी रोगियों को मनोविशेष परामर्श प्रदान करने के लिए टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज द्वारा सक्षम प्रोजेक्ट की नीति निर्मित की गई है।

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