उत्तराखंड के नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बुधवार को यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि महिलाओं ने रिप्ड जींस पहनकर और नशीले पदार्थों का सेवन करके समाज के लिए बुरा उदाहरण पेश किया है। उत्तराखंड राज्य आयोग द्वारा बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए मंगलवार को देहरादून में आयोजित एक मादक द्रव्यों के सेवन विरोधी कार्यशाला में बोलते हुए, रावत ने कहा कि रिप्ड जींस माता-पिता द्वारा निर्धारित बुरे उदाहरण हैं। उन्होंने आगे बताया कि नंगे घुटने उजागर होने के प्रति अपनी आशंका व्यक्त की गई और भारतीय और पश्चिमी संस्कृति के बीच समानता आ गई। उन्होंने यह भी कहा कि जब पश्चिमी दुनिया हमारी योग और परदे की परंपरा का पालन कर रही है, तो वहीँ भारतीय नग्नता’ की ओर भाग रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जो संस्कार हम अपने बच्चों को दे रहे हैं वह नग्नता की ओर बढ़ावा दे रहे हैं। घुटने दिखते हुए, रिप्ड डेनिम पहने अमीर बच्चों की तरह दिखते हैं। यह सब कहाँ से आ रहा है, स्कूलों का दोष है या शिक्षकों का, मैं अपने बेटे को कहाँ ले जा रहा हूँ, अपने घुटनों को दिखाते हुए जीन्स में? लड़कियां किसी से कम नहीं, अपने घुटने दिखा रही हैं। क्या यह अच्छा है? जबकि पश्चिमी दुनिया हमारा अनुसरण करती है, योग कर रही है ... अपने शरीर को ठीक से ढक रही है। और हम नग्नता की ओर भागते हैं।
महिलाओं की सार्टोरियल पसंद पर निशाना साधते हुए, रावत ने एक घटना को याद किया कि एक महिला उनको मिली जो अपने बच्चों के साथ थी, उसने फटी हुयी जीन्स व बूट्स पहने थे, जब उन्होंने उस से पूछा कि वह क्या करती हैं, तो महिला ने उनको बताया कि वह एक NGO में कार्यरत है और उसके पति JNU में प्रोफेसर हैं।
“अगर इस तरह की महिला लोगों से मिलने और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए समाज में जाती है, तो हम अपने बच्चों को, समाज को किस तरह का संदेश दे रहे हैं? यह सब घर पर शुरू होता है। हम क्या करते हैं, हमारे बच्चे अनुसरण करते हैं। एक बच्चा जिसे घर पर सही संस्कृति सिखाई जाती है, चाहे वह कितना भी आधुनिक हो जाए, जीवन में कभी भी असफल नहीं होगा,” मुख्यमंत्री ने कहा।
इसके बाद, #RippedJeansTwitter हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा, जिसमे महिलाओं ने अपनी जीन्स के साथ फोटो को पोस्ट करके ये बताने लगी की उनके कपडे उनका चरित्र को बयां नहीं करता।
In solidarity with the woman with the two kids trying to get somewhere who bore the brunt of a clearly sleazy man checking her out because she was wearing ripped jeans. #RippedJeansTwitter pic.twitter.com/N3fWgvlCBD
— Rohini Singh (@rohini_sgh) March 17, 2021
Ripped Jeans aur Kitab.
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) March 18, 2021
The country’s ‘sanskriti’ & ‘sanskaar’ are impacted by men who sit and judge women and their choices. Soch badlo Mukhyamantri Rawat ji, tabhi desh badlega. #RippedJeansTwitter pic.twitter.com/qYXcN88fY6
#RippedJeansTwitter
— Gauri Chadha (@gauri_chadha) March 17, 2021
Throwback pic.twitter.com/PHLuARWMyg
इस तरह के विचार न केवल तीरथ सिंह रावत के हैं, बल्कि कई बार ऐसे बिचार विभ्भिन्न बुद्धिमानो के द्वारा भी समय समय पर आते रहते हैं।