How internet shutdown works
टेक ज्ञान

जानिए क्या होता है इंटरनेट शटडाउन और कैसे करता है ये काम

इंटरनेट शटडाउन एक ऐसी स्थिति है जिसमें डेटा या ब्रॉड बैंड कनेक्शन होने के बावजूद हम अपने  डिवाइस में इंटरनेट का उपयोग नहीं कर सकते हैं। सरल शब्दों में इंटरनेट शटडाउन एक ऐसी स्थिति है जिसमें आम उपयोगकर्ता के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी जाती है।


जब देश में गंभीर स्थिति उत्पन्न होती है तो सरकार इंटरनेट शटडाउन का आदेश देती है। इंटरनेट शटडाउन का निर्णय केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लिया जाता है।


आज की डिजिटल दुनिया में हर कोई इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहा है। कभी-कभी देश में गंभीर स्थिति पैदा हो जाती है। ऐसे में इंटरनेट का इस्तेमाल स्थिति को बिगाड़ सकता है। असामाजिक तत्व इंटरनेट का दुरुपयोग करके स्थिति को और गंभीर बना सकते हैं। यही वजह है कि दंगों के दौरान इंटरनेट बंद कर दिया जाता है।


इंटरनेट शटडाउन कैसे काम करता है?

इंटरनेट पर ऐसा कोई स्विच नहीं है जिसे दबाकर कोई व्यक्ति इंटरनेट से पहुंच छीन सके। सरकार और इस अधिकार वाली संस्थाएं इंटरनेट सेवा प्रदाताओं (आईएसपी) को कुछ क्षेत्रों में नेटवर्क कनेक्टिविटी को प्रतिबंधित करने के लिए कहती हैं। आईएसपी किसी क्षेत्र से इंटरनेट की पहुंच को दूर करने के लिए कई चीजें कर सकते हैं। वे सभी वेबसाइटों और सर्वरों के अंतर्निहित आईपी पते को उपयोगकर्ता की पहुंच से बाहर कर सकते हैं।


इंटरनेट सेवा प्रदाता उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट तक पहुंचने से रोकने के लिए डीएनएस (DNS) ब्लॉकिंग का भी उपयोग कर सकते हैं। इन तरीकों के अलावा, इंटरनेट को उपयोगकर्ता की पहुंच से दूर करने के लिए स्पीड थ्रॉटलिंग और ब्लैकलिस्टिंग जैसे अन्य तरीकों का भी उपयोग किया जाता है।


यूजर की लोकेशन और फोन नंबर के जरिए यह जानकारी जुटाई जाती है कि यूजर इंटरनेट बंद होने वाली जगह पर है।


भारत में इंटरनेट शटडाउन

रिपोर्ट्स के मुताबिक 2022 में देश में कुल 84 बार इंटरनेट शटडाउन हुआ, जबकि 2021 की बात करें तो भारत में कुल 106 बार इंटरनेट शटडाउन हुआ।





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