जन्मभूमि 'स्वर्ग' से बढ़कर होती है। गांव व खलियान हर किसी के जेहन में बसे होते हैं, लेकिन जब जन्म भूमि से ही पलायन करना पड़े या वहां से खदेड़ दिए जाएं तो इस दुख-दर्द को ऐसा कोई भी नही होगा जो महसूस करना चाहेगा या ऐसा सोचता होगा। लेकिन आज हम आपको उन लोगों के ऐसे असहनीय दर्द को बताना चाहेंगे। और पढ़ें