Poet

Blog Post Image

याद / सुमित्रानंदन पंत


इस कविता में, कवि ने अपने विरह से भरे हृदय की भावनाओं को अभिव्यक्त किया है। नव असाढ़ की सुंदर संध्या में, उन्होंने आत्म-विचार और अपने मन के साथी के साथ बिताए गए लम्हों का संवर्धन किया है। वह विरह से पीड़ित एकाकी की भावनाएं, मेघों की गरज, और आसमान में घिरे हुए केसरी दुकूल का चित्रण करते हैं। और पढ़ें

Blog Post Image

कलम, आज उनकी जय बोल - रामधारी सिंह दिनकर


दिनकर की कविताओं ने जान मानस के ह्रदय के भीतर तक एक जगह बनायीं है, यही कवितायेँ साथी रही हैं कई लोगों की और समय समय पर ये कवितायेँ सकारात्मक ऊर्जा को प्रदान करती रहीं हैं। और पढ़ें

Blog Post Image

किसान (कविता) / मैथिलीशरण गुप्त


मैथिलीशरण गुप्त की कविता किसान में किसान की मेहनत के साथ साथ किसान की दशा को प्रदर्शित किया गया है। और पढ़ें

Blog Post Image

मैं नारा-ए-मस्ताना , मैं शोख़ी-ए-रिंदाना -


वासिफ अली वासिफ के द्वारा रचित यह शायरी पड़ने में एक मस्ती का भाव प्रदान करती है। और पढ़ें