कोरोना के आए दिन नए-नए रूप और वेरिएंट सामने आ रहे हैं दुनिया में तबाही मचाने वाले इस वायरस का अब एक और वेरिएंट सामने आया है जिसका नाम है "डेल्टा प्लस"।
पिछली बार कोरोना का अल्फा वेरिएंट सामने आया था लेकिन अल्फा की जगह पर अब डेल्टा वैरीअंट का संक्रमण लोगों में अधिक देखने को मिल रहा है ।यूरोप में मार्च माह से पाव पसारे कोरोना के इस डेल्टा वैरीअंट के मामले यूरोप के अतिरिक्त एशिया और अमेरिका में भी तेजी से सामने है।
क्या है डेल्टा प्लस वैरीअंट
वैज्ञानिकों की जानकारी के मुताबिक कोरोना का नया वेरिएंट सामने आया है डेल्टा प्लस नाम का यह वैरीअंट एक संक्रामक वेरिएंट है इस वैरीअंट की उत्पत्ति डेल्टा से हुई है जिसे उत्परिवर्तन होकर डेल्टा प्लस या AY1 बन गया है हालांकि भारत में इसके मामले अभी कम नजर आ रहे हैं।
डेल्टा प्लस की उत्पत्ति
डेल्टा प्लस प्रकार का संक्रामक वैरीअंट, वायरस के डेल्टा या B1.617.2 प्रकार में उत्परिवर्तन होने से बना है। भारत में K-417N से उपजा यह प्रकार अभी बहुत ज्यादा नहीं माना जा रहा है।
कोरोनावायरस की दूसरी लहर में भारत में पहचाना जाने वाला डेल्टा प्लस कोरोना का एक नया प्रकार है जो मानव कोशिकाओं को भीतर से संक्रमित करता है इस वेरिएंट का संक्रमण एशिया, यूरोप और अमेरिका में सामने आ रहे हैं कहा जा रहा है कि डेल्टा प्लस मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल उपचार रोधी है जिसे हाल ही में भारत सरकार द्वारा स्वीकृति मिल चुकी है।
एंटीबॉडी कॉकटेल "डेल्टा प्लस" के लिए प्रतिरोधी
मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल को हाल ही में केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दे दी है। K417N के लिए मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल को प्रतिरोध के रूप में डॉक्टर द्वारा सजेस्ट किया जा रहा है इस एंटीबॉडी कॉकटेल की कीमत ₹59,750 प्रति डोज है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डेल्टा प्लस में म्यूटेशन SARS COV-2 के स्पाइक प्रोटीन में होता है जो कोशिका में प्रवेश कर संक्रमण के खतरे को बढ़ाने में मदद करता है हालांकि इस वैरीअंट के कारण बीमारी की गंभीरता का अभी तक कोई ठोस संकेत नहीं मिल पाया है।
डेल्टा वैरीअंट पर क्या कहा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कोरोना का डेल्टा वेरिएंट अभी भारत में व्यापक रूप से नहीं फैला है कोविड शील्ड इस वैरीअंट के समक्ष प्रभावशाली सिद्ध होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अभी तक डेल्टा वैरीअंट चिंता का विषय नहीं है हालांकि हमें सख्ती के साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने होंगे हमें डेल्टा प्लस की देश में मौजूदगी पर कड़ी नजर रखनी है।
डेल्टा प्लस वैरीअंट से महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर का अंदेशा
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने एक बैठक में यह बात बताई है कि करोना के डेल्टा प्लस वैरीअंट से महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर उत्पन्न हो सकती है सीएम का कहना है कि अगर कोविड-19 गाइडलाइन का पालन नागरिकों द्वारा नहीं किया जाता है तो महाराष्ट्र को एक या दो माह में महामारी की तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है करोना की पहली लहर में महाराष्ट्र में 19,00,000 लोग दूसरी में 40,00,000 लोग तथा तीसरी में आठ लाख सक्रिय मरीजों के साथ 10% बच्चे भी संक्रमित होने का अंदेशा लगाया जा रहा है